Headlines
Loading...
सब कुछ बेचने के लिये नहीं होता

सब कुछ बेचने के लिये नहीं होता

सब कुछ बेचने के लिये नहीं होता "
अशोक गहलोत साहब रानी पद्मावती एक वीर क्षत्राणी ही नही, अपितु राजस्थान समेत सम्पूर्ण भारत के महिला स्वाभिमान का प्रतीक है । मेरा देश परम्पराओं पर जीता है और वीर भूमि राजस्थान के इतिहास पर हमें गर्व है।

माननीय पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत साहब से ये उम्मीद नहीं थी। भंसाली के साथ हुआ जो निन्दनीय हैं पर इतिहास के साथ छेड़कानी करने वालो के लिए इतना प्रेम आपको सौभा नहीं देता। आप जिस राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे हैं उसका नाम पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं तो सिर्फ यहाँ के इतिहास के लिए ,अगर इतिहास न होता तो आप जैसो को भी यहाँ कोई नहीं जनता। राजस्थान के पास अगर सबसे बड़ी अमूल्य चीज हैं तो वो सिर्फ इतिहास हैं। इन फ़िल्मी अदाकारो को बिना लट्ठ के नहीं समजाया जा सकता।

" ☝️मैं हिंसा का समर्थक कतहिं नही हूँ " 🤝अहिंसा के साथ बातचीत के रास्ते मे पूर्ण विस्वास रखता हूँ जिसके लिऐ राजपूत समाज ने भंसाली को पत्र लिख निवेदन किया था ।
मै सोचता हूँ कि अपने व्यापार के लिऐ, पैसे की भूख मे किसी महिला , समाज , प्रदेश , देश के त्याग और बलिदान को लज्जित कर देना सर्मनाक है । ऐसा करने वाला कोई भारतीय हो तो यह वेहद सर्मसार करने वाली बात है |
✍️माननीय गहलोत जी आपने संजय लीला भंसाली की घटना पर जो ट्वीट कर विरोध जताया , जो आपकी अभिव्यक्ति है उसपर मेरे मन मै कुछ प्रश्न है
👉 मैं पूछना चहिता हूँ कि अशोक गहलोत साहब क्या आप "संजय भंसाली "का समर्थन करते है ?
👉 मैं पूछना चहिता हूँ कि क्या राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को वीर क्षत्राणी रानी पद्मावती के ज़ौहर पर विश्वास नहीं ?
👉 मैं पूछना चाहिता हूँ क्या कोंग्रेस सत्ता के स्वार्थ में व्याकुल और अंधी हो चुकी है कि राजस्थान का गौरवपूर्ण इतिहास गहलोत जी आपको नज़र नहीं आ रहा ? या नजरअंदाज कर रहे ?
👉 मैं पूछना चहिता हूँ क्या समाज ने संजय लीला भंसाली को पत्र लिख जो निवेदन किया वो गलत था ? क्या राजपूत समाज के निवेदन पर भंसाली को इतिहासकारों के साथ चर्चा नहीं करनी चाहिये थी ?
👉 मैं पूछना चहिता हूँ जिस तरह JNU में देशद्रोहीयों के साथ राहुल गांधी खड़े हुये थे क्या राजस्थान का पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , राजस्थान की आन,वान, शान को तार तार करने वाले निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ खड़ा है ?
🎤माननीय गहलोत जी आजादी से लेकर अब तक कांग्रेस ने मेकोले और अंग्रेजो की गुलाम परिपाटी को ही आगे बढ़ाया है झूठ से लबरेज इतिहास को ही हिंदुस्तान की जनता के समक्ष रखा । आपने देश के भविष्य को ख़ूब अकबर महान पढ़ाया है | अब ख़त्म हुआ .......... अब दिन बदल गये.......... देश की जनता जाग गयी है...... अब भारतवासियों ने देश के मान सम्मान का ज़िम्मा राष्ट्रवादी विचारधारा रखने वाली भारतीय जनता पार्टी को सौंपा है ।माननीय अब अकबर महान नहीं, महाराणा प्रताप महान होंगे .........
.........
जय हिंद जय भारत

कौन थी रानी पद्मावती
कौन थी रानी पद्मावती,
रानी पद्मावती

ये पढिये आपकी आँखों में आंसू व सीना गर्व से न फूल जाये तो कहना
सच्ची कहानियाँ
"पद्मावती"

0 Comments:

It is our hope that by providing a stage for cultural, social, and professional interaction, we will help bridge a perceived gap between our native land and our new homelands. We also hope that this interaction within the community will allow us to come together as a group, and subsequently, contribute positively to the world around us.